केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस ने दस्तक दे दी है। वायरस लगातार अपने पैर पसार रहा है, राज्य में अब तक निपाह वायरस के 5 केसों की पुष्टि हो गई है। दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है। यह एक ऐसा वायरस है जो जानवरों से इंसानों में फैलता है। ये चमगादड़ों और सुअर के जरिए इंसानों में फैल सकता है। आपको बता दें कि कोरोना का सबसे पहला केस केरल में ही आया था और वे भी जानवरों से फैलने वाली बीमारी थी।
हालात की गंभीरता को देखते हुए कन्नूर, वायनाड और मलप्पुरम में अलर्ट जारी कर दिया गया है। यहां की 7 ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। इन इलाकों और यहां के अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
इसके अलावा कोझिकोड के जिला अधिकारी ने उपरोक्त 7 पंचायतों के सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, आंगनबाड़ी केंद्र, बैंक और सरकारी संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है। सुबह 7 से शाम 5 बजे तक सिर्फ दवाइयां और जरूरी चीजों की दुकानें ही खोलने की इजाजत है। केरल में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) की टीम निपाह वायरस की जांच करेगी। कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में NIV की टीम चमगादड़ों का सर्वे भी करेगी।
कहां से रखा गया निपाह नाम
निपाह का नाम मलेशिया के एक गांव के नाम पर रखा गया है। 1998-99 के दौरान इसी गांव में निपाह का पहला केस सामने आया था।