आखिरकार लंबे इंतजार के बाद अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ती की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है इस पल का इंतजार पूरे देश को बेसब्री से था। आखिरकार शंखनाद और मंत्रोच्चार के बीच रामलला अपने भव्य गर्भगृह में विराजमान हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 84 सेकंड के विशेष मुहूर्त में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की। पूजा को पूरे विधि-विधान के साथ पूरा किया गया।
इस पल का साक्षी बनने के लिए देश के कई बड़े-बड़े लोग भाग लेने के लिए अयोध्या पहुंचे। इस दौरान उनके साथ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई पुरोहित मौजूद थे। उनके साथ गर्भगृह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा तराशी गई 51 इंच की प्रतिमा श्याम रंग की है जिसका वजन 2 टन है। इसके बाद अयोध्या जय श्रीराम के नारों से गूंज उठी। इसके बाद राम मंदिर परिसर में हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई, अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आरती की गयी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा करने के बाद से ही मंदिर को आम जनमानस के लिए खोल दिया गया है। बताया जा रहा है कि हर दिन अयोध्या में 2 से 3 लाख श्रद्धालु आ रहे हैं और राम मंदिर में रामलला के दर्शन कर रहे हैं। एक महीने के भीतर तकरीबन 62 लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई है।
देश भर से लाखों श्रद्धालु रोज यहां दर्शन के लिए आ रहे हैं। मंदिर में इतना चढ़ावा चढ़ाया जा रहा है कि अब नोट गिनने के लिए बैंक कर्मचारी और हाईटेक मशीनें लगायी गयी हैं।